Poems

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माँगूँ तुमसे ये भगवान, दे दो एक पति धनवान |

माँगूँ तुमसे ये भगवान, दे दो एक पति धनवान | सोने जैसा तन हो जिसका, मन हीरे की खान || शूरवीर सलमान खान सा हो उसका स्टाइल । शाहरुख़ जैसी फीलिंग हो और अक्षय-सी स्माइल | यूँ तो चलेगा आमिर ख़ान । दे दो एक पति धनवान || गृहकार्यों में इन्ट्रस्टेड हो वर्क करे जो …

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आँखों के रास्ते मेरे दिल में समा गया ।

आँखों के रास्ते मेरे दिल में समा गया । न जाने कैसा जादू वो मुझको दिखा गया || आँगन में दिल के वो नयी कलियाँ खिला गया। मौसम जो पहले प्यार का आना था आ गया || समझाया दिल को आहटों का डर नहीं अच्छा। दिल का धड़कना बात-बात पर नहीं अच्छा ॥ यूँ जागना …

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अनमोल हो गई है बिना दाम की मेहँदी ।

अनमोल हो गई है बिना दाम की मेहँदी । जबसे लगाई मैंने तेरे नाम की मेहँदी ॥ मौसम से जूझ जूझ के मेहँदी हरी हुई । नन्ही-सी बिटिया जैसे सुहानी परी हुई || डाली से टूटी हाथों पे आकर बिखर गई । बाबुल को छोड़ डोली में साजन के घर गई || राधा की हथेली …

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पायल की छन-छन से छनके, खनके बन कंगन ।

पायल की छन-छन से छनके, खनके बन कंगन । ओस की बूँदे हैं हम लडकी, मन है इक दर्पण || हम से है घर-बार तुम्हारा, हम से है आँगन । ओस की बूँदे हैं हम लडकी, मन है इक दर्पण || रिश्ते हैं वो फ्रेम कि जिसमें हम तस्वीर सजाते । हाथों की खाली रेखाओं …

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जिसके नेह का बन्धन टूटे वह मन हिम्मत हार चले ।

जिसके नेह का बन्धन टूटे वह मन हिम्मत हार चले । कश्ती साहिल छू लेती है, साथ अगर पतवार चले || हो पतवार सरीखा जीवन में परिवार जरूरी है । आँखो के इस कारोबार में दिल की हार जरूरी है ।। जाने कब सन्देह के बादल उनकी नींव हिला दें अब । शक के दीमक …

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प्यार में थोडी-सी खट्ठी-मीठी तकरार जरूरी है । आँखो के इस कारोबार में दिल की हार जरूरी है ॥

प्यार में थोडी-सी खट्ठी-मीठी तकरार जरूरी है । आँखो के इस कारोबार में दिल की हार जरूरी है ॥ लोग जिसे कहते हैं बुरा, वो जाने क्यों लगता है भला । ये वो जादू जिसपे चला फिर, उसका दिल पर वश न चला ।। प्यार खता है पर ये खता करना एक बार जरूरी है। …

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पतझर में ज्यों बसन्त की बयार कर गए तुम छू के क्या गये मुझे बहार कर गए.

पतझर में ज्यों बसन्त की बयार कर गए तुम छू के क्या गये मुझे बहार कर गए. मरुथल की गर्म रेत को चन्दन बना दिया मिट्टी-सी मेरी देह को कंचन बना दिया तन-मन में मेरे रास का मौसम है रात-दिन मुझको तुम्हारी प्रीत ने मधुबन बना दिया ज्यों मेनका के रूप-सा श्रृंगार कर गए तुम …

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बन्द पिंजरे के कैद परिन्दे,

बन्द पिंजरे के कैद परिन्दे, इक बार उड़ा कर तो देखो। गम छूमन्तर हो जाएँगे, मुस्कुरा कर तो देखो।। मत सोचो के कदम-कदम पर मुश्किल आएगी। गिर के उठो, उठकर सम्भलों, मंजिल मिल जाएगी। रस्ते अपने आप बनेंगे, कदम बढ़ाकर तो देखो। गम छू-मन्तर हो जाएँगे, मुस्कुरा कर तो देखो || मत देखो पीछे खुद …

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जब धड़कन मद्धम – मद्धम हो,

जब धड़कन मद्धम – मद्धम हो,गुम सपने हों, आँखें नम हो ।दर्पण चेहरा न पहचानेऔर समय नहीं कहना माने || खालीपन महसूस करूँ जब अपनो के संसार में ।हमदम मेरे साथ मेरा तुम, दे देना तब प्यार में | कोई कहे कि मैं गीतों की रानी हूँ।कोई कहे गंगा का निर्मल पानी हूँ ।। बातों …

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मैं तेरे नाम हो जाऊँ तू मेरे नाम हो जाए

मैं तेरे नाम हो जाऊँ तू मेरे नाम हो जाएमैं तेरा दाम हो जाऊँ तू मेरा दाम हो जाएन राधा सा न मीरा सा विरह मंज़ूर है हमकोबनूँ मैं रुक्मिणी तेरी तू मेरा श्याम हो जाए जहां पर सच दया सम्मान और ईमान रहता हैवहीं जाकर वो अल्लाह और वो भगवान रहता हैअगर तूने निकाला …

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