इसकी बातें उसकी बातें सब कुछ है बेकार | आओ झूमें नाचें गायें, जीवन के दिन चार || मन के जीते, जीत हमारी, मन के हारे हार । आओ झूमें नाचें गायें, जीवन के दिन चार ||
छोटी-छोटी बातों से न मन को भारी करना । हार गये तो जीतने की फिर से तैयारी करना || कोशिश ही तो कर देती है, बाधा का संहार । आओ झूमें नाचें गायें, जीवन के दिन चार ||
कैसी भी हो मुश्किल, मुश्किल हो जाती आसान । गर अपने होठों पर रख लें, इक प्यारी मुस्कान नफरत से नुकसान हमारा, यार मुनाफा प्यार । आओ झूमें नाचें गायें, जीवन के दिन चार ||
भला बुरा चाहें जैसा हो, समय तो कट जाता है। कुछ भी सदा नहीं रहता है, इक दिन मिट जाता है । रोने से अच्छा है, हँसकर जी लो सब किरदार । आओ झूमें नाचें गायें, जीवन के दिन चार ॥