प्यार में थोडी-सी खट्ठी-मीठी तकरार जरूरी है । आँखो के इस कारोबार में दिल की हार जरूरी है ॥
लोग जिसे कहते हैं बुरा, वो जाने क्यों लगता है भला । ये वो जादू जिसपे चला फिर, उसका दिल पर वश न चला ।। प्यार खता है पर ये खता करना एक बार जरूरी है। आँखो के इस कारोबार में दिल की हार जरूरी है ॥
मैं नदिया तू मेरा किनारा, मैं वीणा तू तार बने । तुझ बिन सदा अधूरी हूँ मैं, जीने का आधार बने । मेरी हर एक कहानी में तेरा किरदार जरूरी है । आँखो के इस कारोबार में दिल की हार ज़रूरी है ॥
जब स्वाति बूँद के लिये प्रेमवश चातक व्याकुल हो जाता। तब प्रेम ही है जो बादल बनता, और बूँदों में खो जाता ॥ जीवन की क्यारी में आँसू की बौछार जरूरी है । आँखो के इस कारोबार में दिल की हार जरूरी है ॥