भरी झोली सदा मेरी, मिला सौगात से ज़्यादा
सुनहरे दिन से ज़्यादा और सुहानी रात से ज़्यादा
मेरे ईश्वर तेरा आभार बारम्बार करती हूँ,
मुझे हरदम दिया तूने, मेरी औकात से ज़्यादा
भरी झोली सदा मेरी, मिला सौगात से ज़्यादा
सुनहरे दिन से ज़्यादा और सुहानी रात से ज़्यादा
मेरे ईश्वर तेरा आभार बारम्बार करती हूँ,
मुझे हरदम दिया तूने, मेरी औकात से ज़्यादा